
सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश के 7274 मदरसों में लगभग 25000 शिक्षकों का मानदेय 45 माह से लंबित है इस लाक डाउन में उत्तर प्रदेश के समस्त कर्मचारियों को सरकार द्वारा तीन-तीन माह का अतिरिक्त सहायता प्रदान किया गया है लेकिन मदरसा शिक्षकों को एक भी रुपया नहीं मिला मदरसा शिक्षक और उनका परिवार भुखमरी भरी जिंदगी जीने को बाध्य हैं।
उक्त बातें मदरसा आधुनिक शिक्षा संघ के जिलाध्यक्ष अतिउल्लाह खान ने कही।उन्होंने बताया कि इसी क्रम में मदरसा शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल विगत 12 मार्च को लोक भवन लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मुलाकात कर चुका है |
और मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर 16 मार्च को अल्पसंख्यक कल्याण झूम वक्फ बोर्ड मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत करा चुके हैं। दोनों लोगों ने जल्द ही हमारी समस्याओं का समाधान कराने का आश्वासन भी दिया था लेकिन लाक डाउन की वजह से हमारी समस्या जस की तस बनी हुई है।
इस दौरान बर्डपुर ब्लॉक अध्यक्ष आनंद कुमार पांडे ने कहा कि अब तक मानदेय के आस में 28 मदरसा शिक्षकों की दवा के अभाव में अकाल मृत्यु हो चुकी है और उनका परिवार दर-दर की खाक छानने को मजबूर हो गया है लोटन ब्लाक अध्यक्ष व वरिष्ठ शिक्षक अशोक कुमार ने बताया कि इस योजना में 35 से 40% हिंदू मदरसा आधुनिक शिक्षक 25 वर्ष से लगातार अपनी सेवा दे रहे हैं लेकिन सरकार की उदासीनता इस योजना के प्रति बनी हुई है। शिक्षकों ने अपना दर्द बयान करते हुए मानदेय दिए जाने की सरकार से गुहार लगाई है।
इस अवसर पर सूर्य प्रकाश त्रिपाठी, फैसल सईद, नईमुल्लाह, सर्वेश कुमार प्रजापति, नसीम अहमद, नदीम अहमद सिद्दीकी, डॉ फखरुद्दीन खान, बब्बू तिवारी, धर्मेंद्र कुमार चौधरी, राकेश कुमार यादव,लाल जी शुक्ला, मुकेश कुमार, तेज बहादुर चौधरी, विनय कुमार मिश्रा, अशोक कुमार यादव, अली अहमद, हैदर अब्बास रिज़वी, अब्दुल लतीफ आदि शिक्षक मौजूद रहे।